व्यापारियों का बढ़ने वाला है सिरदर्द, अब ई-वे बिल के बाद जल्द लागू होगा इंटर डिस्ट्रिक्ट ई-वे बिल
व्यापारियों का बढ़ने वाला है सिरदर्द, अब ई-वे बिल के बाद जल्द लागू होगा इंटर डिस्ट्रिक्ट ई-वे बिल
धमतरी. व्यापारियों का फिर से सिरदर्द बढऩे वाला है। सरकार इंटर स्टेट ई-वे बिल के बाद अब इंटर डिस्ट्रिक्ट ई-वे बिल लागू करने की तैयारी चल रही है। इसे लेकर व्यापारियों में हडकंप मचा हुआ है। पहले ही से जीएसटी के चलते वर्कलोड बढ़ा हुआ है। अब तो उनका काम करना मुश्किल हो जाएगा।
व्यापारियों की चिंता बढ़ी
आपको बता दें कि घमतरी के अधिकांश व्यापारी छत्तीसगढ़ के भीतर ही काम करते हैं। जिसके चलते इंटरस्टेट ई-वे बिल लागू होने से व्यापारियों को ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है, लेकिन इंटर डिस्ट्रिक्ट ई-वे बिल को लेकर उनकी चिंता बढ़ गई है। जानकारी के अनुसार 1 जून से एक जिला से दूसरे जिला में माल भेजने पर भी ई-वे बिल अनिवार्य होगा। व्यापारियों ने बताया कि इससे वर्कलोड और बढ़ जाएगा। यहां के अधिकांश व्यापारी जिले के बाहर लेन-देन करते हैं।
अब तक नहीं पड़ा फर्क
जिले में 6 हजार से ज्यादा व्यापारी है। इसमें से करीब 300 ही दूसरे प्रदेशों में माल भेजते हैं। इसमें भी राइस मिलर्स की संख्या ज्यादा है। राइस प्रोडक्ट टैक्स फ्री होने के कारण उन्हें ई-वे बिल की जरूरत नहीं पड़ती है। इसके अतिरिक्त वनोपज एक्सपोर्ट होता है, इसमें भी अधिकांश चीजें टैक्स-फ्री हैं।
व्यापारियों पर लगेगा 20 हजार रुपए जुर्माना
राज्य की सीमाओं में चेंकिंग शुरू हो चुकी है। ऐसे में व्यापारियों को नियम के अनुसार ई-वे बिल लेना अनिवार्य है। ई-वे नहीं होने पर व्यापारियों पर २० हजार का जुर्माना लगाया जा सकता है।
रामनरेश चौहान, विक्रयकर अधिकारी
काम को बोझ बढ़ेगा
इंटर स्टेट ई-वे बिल से ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है। इंटर डिस्ट्रिक्ट ई-वे बिल लागू होने से काम का बोझ बढ़ेगा।
महेश शर्मा, कर सलाहकार
नीलेश ककुशवाहा, कर सलाहकार